associative law definition in hindi | साहचर्य नियम की परिभाषा क्या है ? साहचर्य नियम किसे कहते हैं ?

प्रश्न : गणित में साहचर्य नियम की परिभाषा क्या है समझाइये ?

उत्तर : साहचर्य नियम की परिभाषा : मान लीजिये a , b , c किसी समुच्चय S के सदस्य है , तथा इस समुच्चय में परिभाषित कोई संक्रिया * है | यदि सभी a , b , c belongs to S के लिए (a*b)*c = a*(b*c) हो तो इस नियम को इस संक्रिया का साहचर्य नियम कहते हैं | अंकगणित में योग तथा गुणा इस नियम का पालन करते हैं |

प्रश्न : साहचर्य नियम किसे कहा जाता है , वर्णन कीजिये ?

उत्तर : साहचर्य नियम क्या है : मान लीजिये a , b , c किसी समुच्चय S के सदस्य है , तथा इस समुच्चय में परिभाषित कोई संक्रिया * है | यदि सभी a , b , c belongs to S के लिए (a*b)*c = a*(b*c) हो तो इस नियम को इस संक्रिया का साहचर्य नियम कहते हैं | अंकगणित में योग तथा गुणा इस नियम का पालन करते हैं |

question : what is definition of associative law in maths in hindi ?

answer : associative law in mathematics :-

associative law (साहचर्य नियम) defined as : मान लीजिये a , b , c किसी समुच्चय S के सदस्य है , तथा इस समुच्चय में परिभाषित कोई संक्रिया * है | यदि सभी a , b , c belongs to S के लिए (a*b)*c = a*(b*c) हो तो इस नियम को इस संक्रिया का साहचर्य नियम कहते हैं | अंकगणित में योग तथा गुणा इस नियम का पालन करते हैं |